-->

Type something and hit enter

Facebook Like Lightbox



श्रीमहालक्ष्मी पूजन एवं दीपावली का महापर्व कार्तिक कृष्ण अमावस में प्रदोष काल एवं अर्धरात्रि व्यापिनि हो, तो विशेष रुप से शुभ होती है ।

लक्ष्मी पूजन, दीपदानादि के लिये प्रदोषकाल ही विशेषतया प्रश्स्त माना गया है-
कार्तिके प्रदोषे तु विशेषेण अमावस्या निशावर्धके ।
तस्यां सम्पूज्येत्‌ देवीं भोगमोक्षं प्रदायिनीम ॥ (भविष्य पुराण)

अपने नगर के सूर्यास्त के समय से २.२४ मिनट तक का समय प्रदोष काल कहलाता है। अगर सूर्यास्त ६ बजे का है तो प्रदोष काल ८.२४ तक का होगा । कहीं कहीं ८-१२ मिनट का अन्तर आ सकता है, उसके लिये उचित होगा आप प्रदोष काल में १५ मिनट अन्तर रखें। जैसे ६ बजे को ६.१५ माने ८.२४ को ८.०९ ।
लो !! निकल आया लक्ष्मी पूजा मुहूर्त ।

Laxmi - Dipmala Pujan 2017 : Thu, 19 October

Pradosh Kal: 17:43 to 20:16 (Delhi,India) 

स्थिर लग्न प्रदोष काल के साथ हो तो अति शुभ होगा । 
भारत में वृष लग्न प्रदोष काल बेला में उपस्थित है ।

दिल्ली में 19:11 से 21:06 तक वृष लग्न होगा ।


Shubh Chaughadia

17:43 से 19:19 मिं तक रात्रि की अमृत चोघडिया भी रहेंगी।


Most Auspicious Time for Deepotsav & Maha Lakshmi Pujan
19:11 to 20:16



Auspicious for Yantra-Tantra-Mantra Sadhana
23:40 to 24:31+

सिंह लग्न : 25:41+ to 27:59+ (i.e midnight) 
Note: Simha Lagna is without Amavasya Tithi


व्यापारिक प्रतिष्ठानों में लक्ष्मी पूजा के लिए उत्तम समय |
Shubh Ki Chaughadia (दिन) : 06:28 TO 07:53
Laabh Ki Chaughadia (दिन ) : 12:06 to 13:30
Amrit Chaughadia (दिन ) : 13:30 to 14:55

                                                 * Note: Rahu Kaal 13:30 to 14.54

कर्ज में डूबे अथवा घाटे में चल रहे व्यापारी कुम्भ लग्न में लक्ष्मी पूजन करें तो लाभ होगा ।



देव-मंदिर दर्शन, दीपावली बधाईयां, भेंट, स्नान, दान आदि कार्य आप अमावस्या तिथि में करें ।